देसी नस्ल की ज्यादा दूध देने वाली 5 गाय
हमारे देश में सदियों से गाय का पालन किया जाता है। हमारी संस्कृति में गाय मां के समान है। प्राचीन काल में भारत की अर्थव्यवस्था में गाय का बहुत अधिक महत्व था। हमारे देश में गाय की सैकड़ों नस्लें पाई जाती है। ये नस्ल राज्य और जलवायु के आधार पर कई प्रजातियां हैं।

1.गिर नस्ल
गिर गाय (gir gay) का मूल स्थान गुजरात के एक जंगल में है जिसका नाम गिर है। इस जंगल में पाए जाने के कारण इस नस्ल का नाम जंगल के नाम पर रखा गया। इस नस्ल को देशी गाय की नस्लों में सबसे अधिक दुधारू गाय माना जाता है। इस नस्ल की गाय प्रतिदिन 50 से 80 लीटर तक दूध देती है। अधिक दुग्ध उत्पादन के कारण इस नस्ल की मांग विदेशों में भी होती है। इज़राइल और ब्राजील में इस नस्ल की गाय को सबसे अधिक पाला जाता है।
2.साहीवाल नस्ल
साहीवाल देशी गाय की सर्वश्रेष्ठ नस्ल है। इस नस्ल की गाय मुख्यतः हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में पाई जाती है। प्रति वर्ष यह गाय 2,000 से 3,000 लीटर तक दूध देती हैं। एक बार मां बनने पर साहीवाल गाय करीब 10 महीने तक दूध देती है।
3. लाल सिंधी नस्ल
लाल सिंधी नस्ल की गाय का रंग लाल होता है। इस नस्ल की एक गाय प्रति वर्ष 2,000 से 3,000 लीटर तक दुग्ध का उत्पादन करती है। इस नस्ल की गाय पहले सिर्फ सिंध इलाके में पाई जाती थी। अब पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु केरल और ओडिशा में भी पाई जाती है।
4. हरियाणवी नस्ल
सफेद रंग की यह गाय मुख्य रूप से हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में पाई जाती है। गायों का दुग्ध अच्छा होता ही है इसके साथ ही हरियाणवी नस्ल के बैल भी कृषि में अच्छा कार्य करते हैं।
5. राठी नस्ल
अधिक दुग्ध उत्पादन के कारण इस नस्ल की गायों का पालन किया जाता है। एक गाय प्रतिदिन 6-8 लीटर दुग्ध का उत्पादन करती है। राठी नस्ल की गाय राजस्थान के कुछ क्षेत्रों जैसे गंगानगर, बीकानेर और जैसलमेर में पाई जाती है।