ब्रेकिंग
10 न. मार्केट परीसर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम मे मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई ,,विश्व हिंदू महासंघ के द्वारा पश्चिम बंगाल में हिंदू के ऊपर हो रहे अत्याचार के विरोध में राष्ट्रपति... फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप की टिप्पणी पर विवादः ब्राह्मण समाज ने सार्वजनिक शौचालयों में लगाई अनुराग... निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने अध्यक्ष निधि से कराये जा रहे विभिन्न विकास कार्यों हेतु चित्रगुप्त नग... यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के मार्गदर्शन में भ... अन्त्योदय और सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर से ही प्रेरित व... विशेष बच्चों के लिए समर्पित तक्षशिला इंस्टीट्यूट का पहला साल 10 नंबर नेहरू मार्केट में सिंधी समाज के नव वर्ष चैती चांद को हर्ष उल्लास से मनाया गया पूर्व बी.डी.ए अध्यक्ष, पूर्व विधायक के निज निवास पहुंच कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए मध्य प्रदेश में ब्राह्मणों पर हमलों का मुद्दा गरमाया
विदेश

क्‍या है साइफर केस, जिसमें पाकिस्‍तान के पूर्व पीएम इमरान खान को हुई 10 साल जेल

पहले से ही जेल में बंद पीटीआई के मुखिया को अब विशेष अदालत ने साइफर केस में दोषी करार दिया है. स्‍पेशल कोर्ट ने उन्‍हें 10 साल जेल की सजा सुनाई है. इमरान खान के अलावा उनके सहयोगी और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को भी 10 साल की सजा सुनाई गई है. बता दें कि इमरान खान इस समय रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं. स्‍पेशल कोर्ट ने वहीं इस मामले में फैसला सुनाया है. इस सजा के बाद ये सवाल उठने लगा है कि क्‍या वह पाकिस्‍तान के आम चुनावों में खड़े हो पाएंगे?

इमरान खान ने पाकिस्तान में आम चुनाव लड़ने की इच्‍छा जाहिर की थी. अब माना जा रहा है कि इमरान और शाह महमूद कुरैशी के लिए 10-10 साल की सजा भुगतने के बाद भी चुनाव लड़ने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है. हालांकि, दोनों के पास स्‍पेशल कोर्ट के फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती देना का रास्‍ता बचा है. फिर भी सेना के साथ उनके खराब संबंधों के कारण ये माना जा रहा है कि उन्‍हें ऊपरी अदालत में भी कोई राहत नहीं मिलेगी. बता दें कि आम चुनाव से ठीक पहले इमरान की पार्टी पीटीआई से चुनाव चिह्न बल्‍ला भी छीन लिया गया है. इमरान खान 2018 में पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री बने थे. फिर अप्रैल 2022 में अविश्‍वास प्रस्ताव के जरिये उन्‍हें सत्ता से हटा दिया गया था.

देश की गोपनीयता भंग करने के दोषी करार दिए गए
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व विदेश मंत्री रहे शाह महमूद कुरैशी को विशेष अदालत ने डिप्लोमैटिक केबल मामले में सुनाई है. इसे ही साइफर केस के नाम से पहचाना जाता है. इमरान खान पर देश की गोपनीयता भंग करने का दोषी माना गया है. दरअसल, इमरान खान जनसभाओं में एक पर्ची दिखाकर ये बताते रहे कि अमेरिका में पाकिस्तान के तत्कालीन राजदूत असद ने उन्‍हें सूचना है. भेजी गई सूचना इसी पर्ची में है. उन्‍होंने जनसभाओं में पर्ची लहराते हुए आरोप लगाया था कि उनकी सरकार को गिराने की साजिश रची गई. ये साजिश उनके राजनीतिक विरोधियों और पाकिस्‍तान की सेना ने अमेरिका के साथ मिलकर रची है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Back to top button
Don`t copy text!