नाश्ते में बनाना है आमलेट
अधिकतर घरों में लोग नाश्ते में आमलेट खाना पसंद करते हैं। यह एक ऐसी रेसिपी है, जो झटपट बन जाती है और खाने में भी बेहद टेस्टी लगती है। हालांकि, कई लोगों की यह शिकायत होती है कि उनका आमलेट बाजार जैसा नहीं बनता है। वह उतना टेस्टी और फ्लफी नहीं होता है। ऐसा इसलिए भी होता है, क्योंकि घर पर आमलेट बनाते समय हम कुछ छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज कर देते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको जरूर फॉलो करना चाहिए
अंडे का बैटर तैयार करते समय अमूमन लोग व्हिस्किंग तकनीक पर ध्यान नहीं देते हैं, जबकि यह बेहद ही जरूरी है। आपको अंडों को तब तक फेंटना चाहिए, जब तक कि उसका व्हाइट पोर्शन दिखना बंद ना हो जाए। यह हमेशा लाइट और हल्का झागदार होना चाहिए। इतना ही नहीं, अंडों को तेज़ी से फेंटने के लिए हमेशा कांटे या व्हिस्क का उपयोग करना सबसे अच्छा माना जाता है। आप चाहें तो अंडे के बैटर में थोड़ी मात्रा में दूध या क्रीम मिलाकर एक फ्लफी टेक्सचर प्राप्त कर सकते हैं। जब भी आप आमलेट बनाएं तो पहले पैन में थोड़ा सा मक्खन डालें और उसे अच्छे से पिघलने दें। जब आप देखें कि मक्खन के बुलबुले खत्म हो गए हैं, उस समय अंडे का घोल डालें। अगर आपके पास मक्खन नहीं है तो आप घी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं, लेकिन मक्खन से टेस्ट काफी अच्छा आता है।आमलेट के साथ एक समस्या यह होती है कि जब अंडे के बैटर को पैन में डाला जाता है तो वह चिपकने लगता है। इसलिए, इसे बनाने के लिए नॉन-स्टिक पैन का इस्तेमाल करना काफी अच्छा माना जाता है। हालांकि अगर आप चाहें तो आयरन पैन को सीजन करके उस पर भी आमलेट बना सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि आप फ्रेश अंडों का ही इस्तेमाल करें। इससे टेस्ट काफी अच्छा आता है। आमलेट को पकाते समय गैस की आंच भी बहुत अधिक मायने रखती है। अगर गैस बहुत तेज या बिल्कुल स्लो होती है तो इससे आमलेट अच्छा नहीं बनता है। आपको आमलेट को हमेशा ही मध्यम आंच पर पकाना चाहिए। जब इसे तेज आंच पर पकाया जाता है तो इसका बाहरी हिस्सा भूरा और अंदर का हिस्सा अधपका हो सकता है।